बड़ा हादसा: चंबल नदी में डूबे 17 लोग, 2 की मौत 5 लापता, 10 को बाहर निकाला
राजस्थान के करौली जिले में बड़ा हादसा हो गया. करौली के मंडरायल इलाके में चंबल नदी में 17 पदयात्री डूब गए. हादसे की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया गया. रेस्क्यू टीम ने 10 लोगों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. लेकिन दो लोगों की मौत हो गई. उनके शव भी निकाल लिए गए हैं. पांच लोग अभी लापता हैं. उनकी नदी में जोरशोर से तलाश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के चिलाद गांव निवासी करीब 17 पदयात्रियों का जत्था कैलामाता के दर्शनों के लिए रवाना हुआ था. वे शनिवार को सुबह करौली जिले के मंडरायल इलाके के रोंधई गांव के समीप चंबल नदी के छोई घाट से पैदल नदी पार कर रहे थे. इसी दौरान अचानक वे गहरे पानी में चले गए. उसके बाद एक के बाद एक यात्री डूबते चले गए. इससे नदी पार कर रहे श्रद्धालुओं में चीख-पुकार मच गई.
ग्रामीणों ने 10 यात्रियों को जैसे-तैसे सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया
श्रद्धालुओं की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े. ग्रामीणों ने 10 यात्रियों को जैसे-तैसे सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया बाद में तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचित किया. उसके बाद भी ग्रामीण खुद के स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे रहे. नदी में तलाश के दौरान दो श्रद्धालुओं के शव बरामद हो गए हैं. वहीं अभी पांच श्रद्धालुओं का कुछ पता नहीं चल पाया है. इस बीच पुलिस प्रशासन भी रेस्क्यू टीम लेकर मौके पर पहुंच गया. रेस्क्यू टीम नदी में श्रद्धालुओं की खोजबीज कर रही है.
सदमे में आए बचाए गए श्रद्धालु
हादसे की सूचना मिलते ही करौली से जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस मौके के लिए रवाना हो गए हैं. मंडरायल कस्बे से पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, मेडिकल टीम और सिविल डिफेंस की टीम आदि मौके पर पहुंच चुकी है. मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है. हादसे में मारे गए लोगों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है. हादसे में नदी में डूबने से बचाए गए श्रद्धालु भी सदमे में हैं. वे इतने सहमे हुए हैं कि कुछ बता नहीं पा रहे हैं.